महाकुंभ की धारा में, पवित्रता का संगम (mahaakumbh kee dhaara mein, pavitrata ka sangam lyrics in hindi)
महाकुंभ की धारा में, पवित्रता का संगम,
आत्मा को शांति मिले, यही है इसका रागम।
ध्यान में बसी है शक्ति, ध्यान में बसी है भक्ति,
जीवन में बसी है सुखी, यही है महाकुंभ की शक्ति।
गंगा की धारा में, हर दिल का विश्वास है,
धर्म की राह में, हर एक का साथ है।
संगम के तट पर, बसा है विश्वास,
मुक्ति का मार्ग, यही है सच्चा आकाश।
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