महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार (mahaakumbh ke sangam mein, jeevan ka saar in hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार (mahaakumbh ke sangam mein, jeevan ka saar in hindi)


"महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार" के बारे में एक गीत की कल्पना की जा सकती है, जो महाकुंभ के पवित्र संगम स्थल पर जीवन के गहरे अर्थ और आध्यात्मिकता को दर्शाता हो। इस गीत में संगम के पवित्र जल, आत्मा की शुद्धि, और जीवन के उद्देश्य को खोजने का संदेश हो सकता है।


यहां एक विचारधारा में आधारित गाने के बोल दिए जा रहे हैं:


महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार


(1)

महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार,

पवित्र जल में डूबे, हो जाएं हम पार।

ध्यान की गहराई में, आत्मा को मिले शांति,

हर कदम में आस्था, हर दिल में हो भक्ति।


कोरस:

महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार,

संगम की पवित्र धारा में, मिल जाएं हम बार-बार।


(2)

नदियों के संगम में, सुख-शांति का संसार,

ध्यान से बढ़े हम, आत्मा हो जाए साफ़।

पापों का नाश हो, हर बुराई हो दूर,

संगम के इस जल में, सच्चाई और प्रेम हो भरपूर।


कोरस:

महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार,

संगम की पवित्र धारा में, मिल जाएं हम बार-बार।


(3)

मन के द्वार खोलो, बंधनों को छोड़ दो,

संगम के इस पवित्र जल में, आत्मा को जोड़ दो।

हर कष्ट से मुक्त हो, हर दिल में हो प्यार,

महाकुंभ के संगम में, यही है जीवन का सार।


कोरस:

महाकुंभ के संगम में, जीवन का सार,

संगम की पवित्र धारा में, मिल जाएं हम बार-बार।


यह संस्करण अधिक भावनात्मक और सौंदर्यपूर्ण है, जो महाकुंभ के महत्व को एक गहरी आध्यात्मिक यात्रा के रूप में प्रस्तुत करता है।

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