कुंभ मेला की महिमा अपरंपार (kumbh mele kee mahima aparampaar lyrics in hindi) - Bhaktilok

Chandan Sah

कुंभ मेला की महिमा अपरंपार (kumbh mele kee mahima aparampaar lyrics in hindi)


यहाँ कुंभ मेला की महिमा का भजन प्रस्तुत किया गया है। अगर आप विशेष भजन के बोल ढूंढ रहे हैं, तो कृपया मुझे और जानकारी दें। फिलहाल, कुंभ मेला के महत्त्व को दर्शाते हुए एक सरल भजन नीचे दिया गया है:


कुंभ मेला की महिमा अपरंपार

हरि-हरि गंगा का जल है पवित्र अपार।

संतों का संग, साधुजनों का विचार,

कुंभ में बिखरे श्रद्धा के सत्कार।


त्रिवेणी में स्नान, पुण्य की पहचान,

सदियों से चलता, यह सनातन विधान।

अमर कहानी, धर्म का आधार,

कुंभ मेला की महिमा अपरंपार।


धर्म-अध्यात्म का अद्भुत संगम,

पवित्र स्थान, सजीव हुआ युगों का क्रम।

मन को शांति, आत्मा का विस्तार,

कुंभ मेला की महिमा अपरंपार। 

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