कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा हरी शरण आने के बाद लिरिक्स (Kuch Nahi Bigadega Tera Hari Sharan Aane Ke Baad Lyrics in Hindi) -
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे
चरणों में झुक जाने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
प्रेम के मंजिल के राही
कष्ट पाते हैं मगर
बीज़ फलता है सदा
मिट्टी में मिल जानें के बाद
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
देख़कर काली घटा को
ए भ्रमर मत हो निराश
बंद कलियाँ भी खिलेंगी
रात ढल जानें के बाद
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
पूछों इन फूलों से जाकर
छाई है कैसे बहार
कब तलाक काँटों पे सोया
डाल पर आने के बाद
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
जब तलक है भेद मन में
कुछ नहीं कर पायेगा
रंग लाएगा ये साधन
भेद मिट जाने के बाद
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे
चरणों में झुक जाने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा
हरी शरण आने के बाद ।
*** Singer : Prakash Gandhi ***
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