कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा हरी शरण आने के बाद लिरिक्स (Kuch Nahi Bigadega Tera Hari Sharan Aane Ke Baad Lyrics in Hindi) - Hari Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा हरी शरण आने के बाद लिरिक्स (Kuch Nahi Bigadega Tera Hari Sharan Aane Ke Baad Lyrics in Hindi) - 


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।

हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे

चरणों में झुक जाने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


प्रेम के मंजिल के राही

कष्ट पाते हैं मगर

बीज़ फलता है सदा

मिट्टी में मिल जानें के बाद


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


देख़कर काली घटा को

ए भ्रमर मत हो निराश

बंद कलियाँ भी खिलेंगी

रात ढल जानें के बाद


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


पूछों इन फूलों से जाकर

छाई है कैसे बहार

कब तलाक काँटों पे सोया

डाल पर आने के बाद


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


जब तलक है भेद मन में

कुछ नहीं कर पायेगा

रंग लाएगा ये साधन

भेद मिट जाने के बाद


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।

हर ख़ुशी मिल जायेगी तुझे

चरणों में झुक जाने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।

कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा

हरी शरण आने के बाद ।


*** Singer : Prakash Gandhi ***




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