सुनलो अरज हमारी मैं हूँ शरण तुम्हारी भजन लिरिक्स (Sun Lo Araj Hamari Main Hu Sharan Tumhari Lyrics in Hindi) - Sanjay Mittal Khatu Shyam Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


सुनलो अरज हमारी मैं हूँ शरण तुम्हारी भजन लिरिक्स (Sun Lo Araj Hamari Main Hu Sharan Tumhari Lyrics in Hindi) - 


सुनलो अरज हमारी

मैं हूँ शरण तुम्हारी

एक आसरा है तेरा

हे सांवरे मुरारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....।


तेरा सुमिरन तेरा चिंतन

तेरी पूजा तेरा वंदन

नहीं होता प्रभु मुझसे

नहीं लगता मेरा ये मन

लायक नहीं मैं तेरे

लायक नहीं मैं तेरे

फिर भी लगन तुम्हारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....।


तुम्हे कैसे रिझाऊँ मैं

तुम्हे अपना बनाऊँ मैं

मेरे दिल की तमन्ना है

तेरे नजदीक आऊं मैं

अब फ़ासला मिटा दो

अब फासला मिटा दों

है मोर मुकुट धारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....।


नहीं अंजान मैं तुझसे

करो पहचान तुम मुझसे

बुझा दो प्यास अँखियन की

तुम्हे ढूँढे जो मुद्दत से

दिल में तुम्हे बसा लूँ

दिल में तुम्हे बसा लूँ

झाँकी दिखा दो प्यारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....।


तेरी दरक़ार हैं मुझको

तुम्हीं से प्यार हे मुझको

तेरा पीछा नहीं छोड़ूँ

प्रभु अधिकार है मुझको

बिन्नू का हाथ पकड़ो

निभ जाए अपनी यारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....।


सुनलो अरज हमारी

मैं हूँ शरण तुम्हारी

एक आसरा है तेरा

हे साँवरे मुरारी

सुन लो अरज हमारी

मैं हूं शरण तुम्हारी....



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