कल करे सो आज कबीर के दोहे इन हिंदी लिरिक्स

Deepak Kumar Bind

कल करे सो आज कबीर के दोहे भजन इन हिंदी लिरिक्स









दोहा

काल करे सो आज कर, आज करे सो अब ।
पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब ॥

भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं, कि कभी भी किसी भी काम को कल पर मत छोड़ो, जो कल करना है उसे आज करो और जो आज करना है उसे अभी करो । क्या पता कहीं अगले ही पल में प्रलय आ जाये और जीवन का अंत हो जाए, तब तो आपके सभी काम अपूर्ण ही रह जायेंगे अर्थात अपने किसी भी काम को समय के भरोसे नहीं टालना चाहिए क्योंकि आने वाले समय में क्या हो जाए, यह कोई नहीं जानता ।



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