श्री गायत्री माता आरती (Gayatri Mata Aarti Lyrics in Hindi) - by Rishi Chintan Gayatri Aarti - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

श्री गायत्री माता आरती (Gayatri Mata Aarti Lyrics in Hindi) - 


जयति जय गायत्री माता

जयति जय गायत्री माता ।

सत् मारग पर हमें चलाओ

जो है सुखदाता ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक कर्त्री ।

दु:ख शोक भय क्लेश कलश दारिद्र दैन्य हत्री ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


ब्रह्म रूपिणी प्रणात पालिन जगत धातृ अम्बे ।

भव भयहारी जन-हितकारी सुखदा जगदम्बे ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


भय हारिणी भवतारिणी अनघेअज आनन्द राशि ।

अविकारी अखहरी अविचलित अमले अविनाशी ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


कामधेनु सतचित आनन्द जय गंगा गीता ।

सविता की शाश्वती शक्ति तुम सावित्री सीता ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


ऋग यजु साम अथर्व प्रणयनी प्रणव महामहिमे ।

कुण्डलिनी सहस्त्र सुषुमन शोभा गुण गरिमे ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


स्वाहा स्वधा शची ब्रह्माणी राधा रुद्राणी ।

जय सतरूपा वाणी विद्या कमला कल्याणी ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


जननी हम हैं दीन-हीन दु:ख-दरिद्र के घेरे ।

यदपि कुटिल कपटी कपूत तउ बालक हैं तेरे ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


स्नेहसनी करुणामय माता चरण शरण दीजै ।

विलख रहे हम शिशु सुत तेरे दया दृष्टि कीजै ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


काम क्रोध मद लोभ दम्भ दुर्भाव द्वेष हरिये ।

शुद्ध बुद्धि निष्पाप हृदय मन को पवित्र करिये ॥

जयति जय गायत्री माता..॥


जयति जय गायत्री माता

जयति जय गायत्री माता ।

सत् मारग पर हमें चलाओ

जो है सुखदाता ॥



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