बाह्यगात्रस्पर्शनम् मन्त्र(Bahagatrasparshnam Mantra Sanskrit me) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


बाह्यगात्रस्पर्शनम् मन्त्र(Bahagatrasparshnam Mantra Sanskrit me):-


बाह्यगात्रस्पर्शनम् मन्त्र(Bahagatrasparshnam Mantra Sanskrit me) - Bhaktilok


बाह्यगात्रस्पर्शनम् मन्त्र(Bahagatrasparshnam Mantra Sanskrit me):-


ॐ विष्णवे नमः । 

ॐ मधुसूदनाय नमः । 

ॐ त्रिविक्रमाय नमः । 

ॐ वामनाय नमः । 

ॐ श्रीधराय नमः । 

ॐ हृषीकेशाय नमः । 

ॐ पद्मनाभाय नमः । 

ॐ दामोदराय नमः । 

ॐ संकर्पणाय नमः । 

ॐ वासुदेवाय नमः । 

ॐ प्रद्युम्राय नमः । 

ॐ अनिरुद्धाय नमः । 

ॐ पुरुषोत्तमाय नमः 

ॐ अधोक्षजाय नमः । 

ॐ नरसिंहाय नमः । 

ॐ अच्युताय नमः । 

ॐ जनार्दनाय नमः । 

ॐ उपेन्द्राय नमः । 

ॐ हरये नमः । 

ॐ श्री कृष्णाय नमः ।


उपर्युक्त मन्त्रों द्वारा दाहिने हाथ के अंगूठे से शिर से पैर तक के सभी अंगों का स्पर्श करें ।





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