अस कहि कपि गद गद भयो भजन लिरिक्स (As Kahi kapi gad gad bhayo lyrics in Hindi) - Mangal Bhavan Amangal Haari - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


[ अस कहि कपि गद गद भयो भजन लिरिक्स हिंदी ]


मंगल भवन अमंगल हरि
द्राबाहु सुदासरथ आचर बिहारी
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

हो, होई है वही जो राम रचि राखा
को करे तारक बढ़ाए साखा
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम सिया राम सिया राम जय जय राम

हो, धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिए चारी
हो, जेहिके जेहि पर सत्य स्नेहु
सो तेहि मिलाय न कछु संदेहु

हो, जाकी राही भावना जैसी
प्रभु मूर्ति देखी तिन तैसी
हो, रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जय
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम, राम सिया राम सिया राम जय जय राम

हो, हरि अनंत हरि कथा अनंत
कहि सुनहि बहुविधि सब संता
राम सिया राम सिया राम जय जय राम
राम, राम सिया राम सिया राम जय जय राम
|| राम सिया राम सिया राम जय जय राम ||


अस कहि कपि गद गद भयो भजन लिरिक्स (As Kahi kapi gad gad bhayo lyrics in Hindi) - Mangal Bhavan Amangal Haari - Bhaktilok


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