मतलब के रिश्तों को तोड़कर भजन इन हिंदी लिरिक्स

Suraj

मतलब के रिश्तों को तोड़कर भजन इन हिंदी लिरिक्स


मतलब के रिश्तों को तोड़कर के 
प्यार के बंधन में आन बंधा मेरी माँ 
ममता की छाया दे दातिए 
तेरी चौकठ पे आज खड़ा मेरी माँ

इस पाप के जग में झूठा है हर नाता
गाओ को दिखलाऊ कैसे तुझे माता
तू प्यार का भंडार है माँ तीनो लोको में
नाम बड़ा तेरा माँ
मतलब के रिश्तों को तोड़कर ||

अपनों का मारा हु दुखडो से हारा हु
माँ थाम ले मुझको बेटा तुम्हारा हु
अब लौट के खाली ना जाओ बालक ये जिद पे
आज अड़ा मेरी माँ
मतलब के रिश्तों को तोड़कर ||

मैंने सुना दर पे हर काम बनता है
मैया जो तू करती कोई न करता है
तू प्यार से नजरे उठा के देख तो जरा ले
मुझको पहाड़ी माँ
मतलब के रिश्तों को तोड़कर ||

तारीफ तेरी मैं कैसे करू दाती
जग छोड़ दे जिनको उनको तू अपना ती
तेरे हर्ष को जालिम ज़माने ने ठुकरया
शरण पड़ा तेरी माँ
मतलब के रिश्तों को तोड़कर !!

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