रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया - भजन (Rama Rama Ratate Ratate Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया - भजन (Rama Rama Ratate Ratate Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया - भजन (Rama Rama Ratate Ratate Lyrics in Hindi) - 


रामा रामा रटते रटते

बीती रे उमरिया ।

रघुकुल नंदन कब आओगे

भिलनी की डगरिया ॥


मैं शबरी भिलनी की जाई

भजन भाव ना जानु रे ।

राम तेरे दर्शन के हित

वन में जीवन पालूं रे ।

चरणकमल से निर्मल करदो

दासी की झोपड़िया ॥

॥ रामा रामा रटते रटते..॥


रोज सवेरे वन में जाकर

फल चुन चुन कर लाऊंगी ।

अपने प्रभु के सन्मुख रख के

प्रेम से भोग लगाऊँगी ।

मीठे मीठे बेरों की मैं

भर लाई छबरिया ॥

॥ रामा रामा रटते रटते..॥


श्याम सलोनी मोहिनी मूरत

नैयनो बीच बसाऊंगी ।

सुबह शाम नित उठकर मै तो

तेरा ध्यान लगाऊँगी ।


पद पंकज की रज धर मस्तक

जीवन सफल बनाउंगी ।

अब क्या प्रभु जी भूल गए हो

दासी की डगरिया ॥

॥ रामा रामा रटते रटते..॥


नाथ तेरे दर्शन की प्यासी

मैं अबला इक नारी हूँ ।

दर्शन बिन दोऊ नैना तरसें

सुनलो बहुत दुखारी हूँ ।

हरी रूप में दर्शन देदो

डालो एक नजरिया ॥

॥ रामा रामा रटते रटते..॥


रामा रामा रटते रटते

बीती रे उमरिया ।

रघुकुल नंदन कब आओगे

भिलनी की डगरिया ॥


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