ये प्रयागराज है जोश और जुनून की बस्ती (Ye prayagraj hai josh aur junoon kee bastee lyrics in hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

ये प्रयागराज है जोश और जुनून की बस्ती (Ye prayagraj hai josh aur junoon kee bastee lyrics in hindi)


प्रयागराज: जोश और जुनून की बस्ती 

(युवा और ऊर्जावान शैली में)


(अंतरा 1)

ये प्रयागराज है, जोश और जुनून की बस्ती,

गंगा किनारे की हवा, दिलों को करती मस्त।

संगम की पावन धारा, देती सुकून का एहसास,

हर दिल में बसता है, यहाँ का प्यार और विश्वास।


(सार)

युवा, संस्कार और सपनों की ये जमीं,

आओ मिलकर कहें, "प्रयागराज की जय हो अभी!"


(अंतरा 2)

विद्या की नगरी, जहाँ ज्ञान का दीप जले,

हर कदम पर यहाँ, इतिहास के किस्से मिले।

कुम्भ की रौनक, श्रद्धा और आस्था का संगम,

हर पल यहाँ गूँजे, संस्कृति का मधुर तरंग।


(सार)

युवा, संस्कार और सपनों की ये जमीं,

आओ मिलकर कहें, "प्रयागराज की जय हो अभी!"


(अंतरा 3)

युवा की ऊर्जा, यहाँ की पहचान है,

हर दिल में बसता, यहाँ का अभिमान है।

कला, साहित्य और संगीत की ये धरा,

हर पल यहाँ खिलती, नई उम्मीदों की सुबह।


(सार)

युवा, संस्कार और सपनों की ये जमीं,

आओ मिलकर कहें, "प्रयागराज की जय हो अभी!"


(अंतरा 4)

हर गली, हर कोना, कहता अपनी कहानी,

प्रयागराज की मिट्टी, जैसे हो रूहानी।

चलो मिलकर बनाएं, इसे और भी खास,

हर युवा के संग, बढ़ाएं विकास का उजास।


(सार)

युवा, संस्कार और सपनों की ये जमीं,

आओ मिलकर कहें, "प्रयागराज की जय हो अभी!"


🎶 जय प्रयागराज! 🎶 

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