गोरां नी तेरा बुड्ढा लाड़ा लिरिक्स - Bholenath Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

गोरां नी तेरा बुड्ढा लाड़ा लिरिक्स 


कोई आखे डमरू वाला कोई आखे सप्पा वाला

कोई आखे एह रगड़े लोंदा पीवे भंग दा प्याला

बुड्ढा लाड़ा गौरां नी तेरा बुड्ढा लाड़ा बम बम बम बम 


बैल ते चढ़ के आ गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा

ओहदा गज गज लमके दाड़ा नी तेरा बुड्ढा लाड़ा

बैल ते चढ़ के आ गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा.....


जंज वेख़ के भाजड़ पै गई , 

दुनिया हक्की बक्की रह गई

बम बम बम बम बोल के भोला, 

बूहे अगे आ गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा

बैल ते चढ़ के आ गया नी तेरा......


भूत चड़ेलां नचदे गौंदे, 

शुक्र शनिचर भड़थू पोंदे

दो बच्चियां दा टोला गौरां, 

राशन सारा मुका गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा

बैल ते चढ़ के आ गया नी तेरा.........


शिव शंकर दी लीला न्यारी , 

तीन लोक दा मालक भंडारी

शिव गौरां दे विआह दी महिमा , 

कम्मा – शैली गा गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा

बैल ते चढ़ के आ गया नी तेरा बुड्ढा लाड़ा......


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