लेके गौराजी को साथ भोले भाले भोलेनाथ भजन लिरिक्स (Leke Gauraji Ko Sath Bhole Bhale Bholenath Lyrics in Hindi) - by मोनिका अग्रवाल - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

लेके गौराजी को साथ भोले भाले भोलेनाथ भजन लिरिक्स (Leke Gauraji Ko Sath Bhole Bhale Bholenath Lyrics in Hindi) - 


लेके गौरा जी को साथ भोले भाले भोलेनाथ

काशी नगरी से आया है शिव शंकर ||


नंदी पे सवार होके डमरू बजाते

चले आ रहे है भोले हरी गुण गाते

डाले नरमुंडो की माला ओढ़े तन पे मृग शाला

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


हाथ में त्रिशूल लिए भसम रमाये

झोली गले में डाले गोकुल में आये

पहुंचे नंदबाबा दे द्वार अलख जगाये बारम्बार

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


कहा है यशोदा तेरा कृष्णा कन्हिया

दरश करादे रानी लू मैं बलैया

सुनकर नारायण अवतार आया हूँ में तेरे द्वार

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


देखके यशोदा बोली जाओ बाबा जाओ

द्वार हमारे तुम ना डमरू बजाओ

डर जावेगा मेरा लाल देख सर्प माल

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


हस के वो जोगी बोला सुनो महारानी

दरश करादे मुझे होगी मेहरबानी

दरश करादे इक बार कैसा है सुकुमार

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


सोया है कन्हिया मेरा मैं ना जगाउ

तेरी बातों में बाबा हरगिज़ ना आउ

मेरा नन्हा सा गोपाल तू कोई जादू देगा डाल

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||


इतने में आये मोहन मुरली बजाते

ब्रह्मा इन्द्राणी जिसका पार ना पाते

यहाँ गोकुल में ग्वाल घर घर नाच रहे गोपाल

काशी नगरी से आया है शिव शंकर....||



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