काली का रूप तूने ले लियो रे शंकर की दुल्हनिया (Kali Ka Roop Tune Le Liyo Re Shankar Ki Dulhaniya Lyrics in Hindi) - Rekha Garg - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

काली का रूप तूने ले लियो रे शंकर की दुल्हनिया (Kali Ka Roop Tune Le Liyo Re Shankar Ki Dulhaniya Lyrics in Hindi) - 


काली का रूप तूने ले लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया

शंकर की दुल्हनिया

भोले बाबा कि दुल्हनिया

काली का रूप तूने ले लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया....||

 

भोले के माथे पे चंदा बिराजे 

चंदा बिराजे गंगा जटाओं में साजे

चरणों में भोले जी को ले लियो रे

शंकर की दुल्हनिया

काली का रूप तूने ले लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया....||


भोले के गले में सर्पों की माला 

सर्पों की माला कान बिच्छू केझाला 

मुंडो की माला तूने पहन लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया....||


भोले के तन पे भस्म बिराजे 

भस्म बिराजे बाघाम्बर साजे

काला काला चोला तूने पहन लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया....||


भोले जी खायें भांग का गोला 

भांग का गोला पियें बिष का

प्याला दानव का खून तूने पी लियो रे 

शंकर की दुल्हनिया....||


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