जय श्री विश्वकर्मा प्रभु भजन इन हिंदी [ श्री विश्वकर्मा पूजा स्पेशल आरती ]

Deepak Kumar Bind

 || जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||

|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||

सकल सृष्टि के करता है

|| डॉक्टर स्तुति धर्मा र् ||


आदि निर्माण मे विधि

श्रुति उपदेश दिया।

जीव मात्र का जग मे

|| ज्ञान का विकास ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||



ध्यान किया जब प्रमुख का

सकल सिंधु आई।

ऋषि अंगीरा तप से

|| शांति नहीं मिली ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


रोग ग्रस्त राजा ने कहा

जब आश्रय लीना।

संकट मोचन बनकर

|| दूर दुःख कीना ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


जब रथकर दंपति

आपकी टेरर करी।

सुनकर दीन प्रार्थना

|| विपत हरी सगरी ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


वनानन कलानन

पंचानन राजे।

त्रिभुज चतुर्भुज दशभुज

|| सकल रूप साजे ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


ध्यान धरे तब पद का

सकल सिंधु आवै

मन द्विविधा मिट जावे

|| अटल शक्ति पावे ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


श्री विश्वकर्मा की आरती

जो कोई गावे।

भजत गजाननद स्वामी

|| सुख संपति पावे ||


|| जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ||


सकल सृष्टि के करता है

|| डॉक्टर स्तुति धर्मा ||


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