कुंभ मेला में आध्यात्मिक यात्रा (kumbh mele mein aadhyaatmik yaatra lyrics in hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

कुंभ मेला में आध्यात्मिक यात्रा (kumbh mele mein aadhyaatmik yaatra lyrics in hindi) 


"कुंभ मेला में आध्यात्मिक यात्रा" पर कोई विशिष्ट गीत या गाने की जानकारी नहीं है। लेकिन यदि आप कुंभ मेला और उसकी आध्यात्मिक यात्रा से संबंधित गीत चाहते हैं, तो मैं एक गीत की रचना कर सकता हूँ। यह एक भावनात्मक और आध्यात्मिक यात्रा को दर्शाने वाला गीत हो सकता है।


यहां एक ऐसा गीत प्रस्तुत है:


कुंभ मेला में आध्यात्मिक यात्रा

प्यारे देश के कुंभ मेला में,

आध्यात्मिक यात्रा का है आलम।

गंगा के किनारे बसी है शांति,

ध्यान में खो जाने की है हलचल।


1

कुंभ मेला में हम चले,

आध्यात्मिक यात्रा पे हम चले।

शांति और प्रेम का मार्ग चुने,

गंगा के संग हम चले।


सभी साधु संत मिलते हैं यहां,

सपनों में खोते हैं ईश्वर का ध्यान।

स्नान करके हर पाप धोते हैं,

निराकार प्रभु के दर्शन होते हैं।


2

कुंभ मेला में हम चले,

आध्यात्मिक यात्रा पे हम चले।

शांति और प्रेम का मार्ग चुने,

गंगा के संग हम चले।


आध्यात्मिक तंत्र से हम जुड़ते,

साधना से जीवन को सजाते हैं।

मन की शांति और दिल का सुख,

कुंभ मेला में हमें मिलता है।


3

कुंभ मेला में हम चले,

आध्यात्मिक यात्रा पे हम चले।

शांति और प्रेम का मार्ग चुने,

गंगा के संग हम चले।


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