पारस जिनंदा मोरी (Paras Jinnada Mori Lyrics in Hindi) - Jain Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

पारस जिनंदा मोरी (Paras Jinnada Mori Lyrics in Hindi) - Jain Bhajan:-

पारस जिनंदा मोरी (Paras Jinnada Mori Lyrics in Hindi) - Jain Bhajan - Bhaktilok


पारस जिनंदा मोरी (Paras Jinnada Mori Lyrics in Hindi):-


पारस जिनंदा मोरी अरज सुनीजे,

वामा देवी रा नंदा मोरी अरज सुनीजे ||

अर्ज सुनीजे दर्शन दीजे,

कृपा करीजे प्रभु मोपे,

सतगुरु ने बताया, जब ज्ञान में आया,

सत असत वही जानीजे

आ आ आ आ आ आ…


मोरी. कुगुरु कुदेव बहुत ही ध्याये

मोरी. कुगुरु कुदेव बहुत ही ध्याये

भव समुद्र में गोते खाये,

पार न पाया मैं तो शरण में आया,

मोरी चौरासी मिटा अब दीजे,

आ आ आ आ आ आ…


मैं जीवन प्रभु दास तिहारो

मैं जीवन प्रभु दास तिहारो

कृपा करी प्रभु मोहे उबारो,

प्रभु तुमरो मैं चाकर,

प्रभु तुम मेरे ठाकर,

चारों गति से बचाय अब लीजे,

आ आ आ आ आ आ…


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