कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर दोहे का अर्थ(Kabir Soi Peer Hai Jo Jaane Par Peer Dohe Ka Arth in Hindi)

Deepak Kumar Bind

 

कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर दोहे का अर्थ(Kabir Soi Peer Hai Jo Jaane Par Peer Dohe Ka Arth in Hindi):-


कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर ।
जो पर पीर न जानई  सो काफिर बेपीर ।

कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर दोहे का अर्थ(Kabir Soi Peer Hai Jo Jaane Par Peer Dohe Ka Arth in Hindi)


कबीर सोई पीर है जो जाने पर पीर दोहे का अर्थ(Kabir Soi Peer Hai Jo Jaane Par Peer Dohe Ka Arth in Hindi):-

कबीर  कहते हैं कि सच्चा पीर – संत वही है जो दूसरे की पीड़ा को जानता है जो दूसरे के दुःख को नहीं जानते वे बेदर्द हैं – निष्ठुर हैं और काफिर हैं।



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