भव सागर को पार करे ऐसा कुछ उपचार करे (Bhavsagar Ke Paar Kare Lyrics in Hindi) - Anup Jalota Shree Ram Bhajan - Bhaktilok

Suraj

भव सागर को पार करे ऐसा कुछ उपचार करे (Bhavsagar Ke Paar Kare Lyrics in Hindi) - 


भव सागर को पार करे .ऐसा कुछ उपचार करे 
मारुती नंदन की आओ हम सब जय जयकार करे
शंकर सुमन केसरी नंदन अंजनी माता के प्यारे ।

चरणों में करने वंदन  आये हम तेरे द्वारे
फल समझा और निगल गए सूरज  को तो बचपन में ।

वही तुम्हारी बाल छविबसी हुई मेरे मन में
राम मिलाकर सुग्रीव से  काम बनाये दोनों के ।

मेरी भी विनती सुन लो हार गया मै रो-रो के
सीता माँ का खोज किया सोने की लंका जारी ।

अब तो मेरे भी सुध लो ओ भक्तन के हितकारी
लक्ष्मण को जब बाण लगी लाय हिमालय से बूटी ।

मेरे भी दुःख दूर करो ओ दुःख भंजन मारुती
अहिरावण को दिया पछाड़ नाग -पाश की व्यथा टली ।

शरण तिहारे मै आया  दया करो बजरंग बली
राम -सिया के भक्त अनुठे चीर के छाती दिया प्रमाण।
हाथ जोड़ मै करूँ वंदना कृपा करो मुझपर हनुमान

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