येषां न विद्या न तपो न दानं लिरिक्स (Yeshaan Na Vidya Na Tapo Na Danan Lyrics in Hindi) - मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति Maanas Poja Devi Mantra - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

येषां न विद्या न तपो न दानं लिरिक्स (Yeshaan Na Vidya Na Tapo Na Danan Lyrics in Hindi) - 


येषां न विद्या न तपो न दानं

ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः ।

ते मर्त्यलोके भुविभारभूता

मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति ॥ 


( हिन्दी भावार्थ )

जिन लोगों के पास न तो विद्या है 

न तप न दान न शील न गुण और न धर्म।

वे लोग इस पृथ्वी पर भार हैं और मनुष्य के 

रूप में मृग/जानवर की तरह से घूमते रहते हैं।



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