मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी भजन इन हिंदी लिरिक्स

Deepak Kumar Bind

 

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल करू मैं विनती तेरी भजन इन हिंदी लिरिक्स


तेरे दरबार का पाने 

नज़ारा मैं भी आया हू

ज़रा देदो माँ चरणों मे 

सहारा मैं भी आया हूँ

सुना है दर पे तेरे इस जहाँ 

की हर खुशी मिलती

जगा दो सोई किस्मत का 

सितारा मैं भी आया हूँ


तू जो दया ज़रा सी करदे

सर पे हाथ मेरे माँ धर दे

हो जाये दुखड़े दूर

कट जाये हर एक विपदा मेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी

माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी........॥


तेरी किरपा हो जाये

बिगड़े काम बने सब मैया

मैं रब को ना मानु

मेरे लिए तू ही रब मैया

तेरी ज्योत जगे दिन

दुनिया माने शक्ति तेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी........॥


कहते है तेरे दिल में

नदिया ममता की है बहती

करे प्यार दुलार बड़ा

तू भक्तो के अंग संग रहती

तेरी दया का अंत नहीं

करदे दूर मुसीबत मेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी........॥


मूरख अज्ञानी हूँ

मुझको ज्ञान नहीं है कोई

तेरी महिमा क्या जानूं

पूजा ध्यान नहीं है कोई

गर खोल से अंखिया तू

फिर तो खुल जाए किस्मत मेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी........॥


जग जननी ऐ माता

ज्योतो वाली शेरो वाली

तू चाहे तो भर दे पल में

भक्त की खाली झोली

कहे फिर तू भवरों में

नैया फसी है नैया मेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी........॥


तू जो दया ज़रा सी करदे

सर पे हाथ मेरे माँ धर दे

हो जाये दुखड़े दूर

कट जाये हर एक विपदा मेरी

मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी

माँ मैं खड़ा द्वारे पे पल पल

करू मैं विनती तेरी.......!!

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