हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता लिरिक्स भजन इन हिंदी

Deepak Kumar Bind

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता लिरिक्स भजन इन हिंदी

हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब 
माथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब 
माथा तो किस बात की चिंता

किया करते हो तुम दिन 
रात क्यों बिन बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन 
रात क्यों बिन बात की चिंता

किया करते हो तुम दिन 
रात क्यों बिन बात की चिंता
किया करते हो तुम दिन
रात क्यों बिन बात की चिंता

तेरे स्वामी,
तेरे स्वामी को रहती है, 
तेरे हर बात की चिंता
तेरे स्वामी को रहती है, 
तेरे हर बात की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता

न खाने की, न पीने की, 
न मरने की, न जीने की
न खाने की, न पीने की, 
न मरने की, न जीने की
न खाने की, न पीने की,
न मरने की, न जीने की

रहे हर स्वास
रहे हर स्वास में भगवान 
के प्रिय नाम की चिंता
रहे हर स्वास में भगवान 
के प्रिय नाम की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता

विभीषण को अभय वर दे 
किया लंकेश पल भर में
विभीषण को अभय वर दे 
किया लंकेश पल भर में
विभीषण को अभय वर 
दे किया लंकेश पल भर में

उन्ही का हा, उन्ही का हा
उन्ही का हा कर रहे गुण 
गान तो किस बात की चिंता
उन्ही का हा कर रहे गुण 
गान तो किस बात की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो 
किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता

हुई भक्त पर किरपा 
बनाया दास प्रभु अपना
हुई भक्त पर किरपा 
बनाया दास प्रभु अपना
हुई भक्त पर किरपा 
बनाया दास प्रभु अपना

उन्ही के हाथ,
उन्ही के हाथ में अब हाथ 
तो किस बात की चिंता
उन्ही के हाथ में अब हाथ 
तो किस बात की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता
हमारे साथ श्री रघुनाथ 
तो किस बात की चिंता

शरण में रख दिया जब 
माथ तो किस बात की चिंता
शरण में रख दिया जब 
माथ तो किस बात की चिंता

किस बात की चिंता, 
अरे किस बात की चिंता
किस बात की चिंता, 
किस बात की चिंता ||

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