कान्हा रे कान्हा आजा अब आजा लिरिक्स भजन ( Kanha Re Kanha Aaja Ab Aaja ) - Amol Shubham Parashar Khatu Shyam Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

कान्हा रे कान्हा आजा अब आजा लिरिक्स भजन ( Kanha Re Kanha Aaja Ab Aaja ) -

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 

मेरा दिल ये पुकारे आजा

अँखियो की प्यास बुझा जा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे कन्हैया आजा 

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 

मेरा दिल ये पुकारे आजा

अँखियो की प्यास बुझा जा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे कन्हैया आजा 

रोता है दिल पथराई अंखिया

बाट निहारे बाट निहारे

बाट निहारे बाट निहारे 

मेरा ये जीवन सुन मेरे मोहन

तेरे सहारे तेरे सहारे

तेरे सहारे तेरे सहारे 

मेरी बिगड़ी बनाने आजा

मेरे दुखड़े मिटाने आजा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे दीवाने आजा 

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 

सम्भला हूँ मैं गिर गिर के कन्हैया

फिर ना गिराना फिर ना गिराना 

मेरी गई तो जाएगी तेरी

हसेगा जमाना हसेगा जमाना 

गिरते को उठाने आजा

हारे को जिताने आजा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे कन्हैया आजा 

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 

हँसते है लोग मुझे कहती है दुनिया

पागल दीवाना पागल दीवाना 

संजू जहाँ में प्रेम का मतलब

किसी ने ना जाना किसी ने ना जाना 

मतलब समझाने आजा

जरा प्रेम निभाने आजा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे कन्हैया आजा 

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 

मेरा दिल ये पुकारे आजा

अँखियो की प्यास बुझा जा

कभी मिलने मिलाने आजा

आजा रे कन्हैया आजा 

कान्हा रे कान्हा

आजा अब आजा 



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