काल की विकराल की करो रे मंगल आरती मृत्युंजय महाकाल की लिरिक्स ( Kaal Ki Vikral Ki In Hindi Lyrics in Hindi ) - Mahakal Ki Aarti - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 काल की विकराल की करो रे मंगल आरती मृत्युंजय महाकाल की लिरिक्स (  Kaal Ki Vikral Ki In Hindi Lyrics in Hindi )

काल की विकराल की

त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की

भोले शिव कृपाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की

बाबा महाकाल की

ओ मेरे महाकाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की।।


पित पुष्प बाघम्बर धारी

नंदी तेरी सवारी

त्रिपुंडधारी हे त्रिपुरारी

भोले भव भयहारी

शम्भू दिन दयाल की

तीन लोक दिगपाल की

कैलाषी शशिभाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की।।

भोले गिरजा पति (Bhole Girja Pati) - Shiv Bhajan Lakhbir Singh Lakkha - Bhaktilok

डमरू बाजे डम डम डम

नाचे शंकर भोला

बम भोले शिव बमबम बमबम

चढ़ा भंग का गोला

जय जय ह्रदय विशाल की

आशुतोष प्रतिपाल की

नैना धक धक ज्वाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की।।


आरत हारी पालनहारी

तू है मंगलकारी

मंगल आरती करे नर नारी

पाएं पदारथ चारि

कालरूप महाकाल की

कृपासिंधु महाकाल की

उज्जैनी महाकाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की।।


काल की विकराल की

त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की

भोले शिव कृपाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की

बाबा महाकाल की

ओ मेरे महाकाल की

करो रे मंगल आरती

मृत्युंजय महाकाल की।।




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