फागण महीना आया शीश दानी बाबा खाटू वाले सजते | Fagan Mahina Aaya Shish Dani Baba Khatu Wale Sajate | Fagan Mahina (Punjabi Bhajan) | Shyam Bhajan Gouri Goyal - BhaktiLok
फागण महीना आया शीश दानी बाबा खाटू वाले सजते | Fagan Mahina Aaya Shish Dani Baba Khatu Wale Sajate | Fagan Mahina (Punjabi Bhajan) | Shyam Bhajan Gouri Goyal - BhaktiLok
फागण महीना आया उड़ता गुलाल
शीश दानी बाबा खाटू वाले सजते
प्रेमी नाचते हैं झूम झूम ढोलक नगाड़े चंग बजते
भर भर लाओ सारे रंग पिचकारियां
खाटू में होने हैं लगी मेले की तैयारियां
मौका ना छोड़ेंगे आज रंगने का सांवरे को
देखते हैं श्याम कैसे बचते
प्रेमी नाचते हैं झूम झूम ढोलक नगाड़े चंग बजते
सांवरा भी देखो मंद मंद मुस्का रहा
नैनो ही नैनो में बाबा दिल को चुरा रहा
खेल ये निराला खेल समझ ना आये
तुझे देख देख दिल नहीं रजते
प्रेमी नाचते हैं झूम झूम ढोलक नगाड़े चंग बजते
शोभा है निराली चरों दिशा में निशान की
महिमा निराली खाटू वाले घनश्याम की
गौरवो को गौरव बढ़ाते खुद आप लेखनी में बैठे बाबा खुद जंचते
प्रेमी नाचते हैं झूम झूम ढोलक नगाड़े चंग बजते
फागण महीना आया उड़ता गुलाल
शीश दानी बाबा खाटू वाले सजते
प्रेमी नाचते हैं झूम झूम ढोलक नगाड़े चंग बजते
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