पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंगे

Deepak Kumar Bind

पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डूब जाएंगे

कड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे, हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी, पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।। धरी है पाप की गठरी, हमारे सर पे ये भारी, वज़न पापों का है भारी, इसे कैसे उठाऐंगे, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।। तुम्हारे ही भरोसे पर, ज़माना छोड़ बैठें हैं, ज़माने की तरफ देखो, इसे कैसे निभाएंगे, पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।। दर्दे दिल की कहें किससे, सहारा ना कोई देगा, सुनोगे आप ही मोहन, और किसको सुनाऐंगे, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।। फसी है भँवर में नैया, प्रभु अब डूब जाएगी, खिवैया आप बन जाओ, तो बेड़ा पार हो जाये, पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।। पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे, हमारा कुछ ना बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जाएगी, पकड़ लों हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे।।

सज मत श्याम, नज़र लग जायेगी
सज मत श्याम, नज़र लग जायेगी।

तेरी सूरत पे चाँदनी छा जायेगी,
सज मत श्याम, नज़र लग जायेगी।

तेरे माथे पे बिंदिया चमकती रहे,
तेरे गालों पे लाली दमकती रहे।
तेरे रूप की दुनिया दिवानी बने,
तेरे रूप की दुनिया दिवानी बने।
सज मत श्याम, नज़र लग जायेगी।

तेरी चालों में जादू सा लगता है,
तेरे कदमों पे दुनिया झुकती है।
तेरी आँखों में मस्ती है ऐसी भरी,
तेरी आँखों में मस्ती है ऐसी भरी।
सज मत श्याम, नज़र लग जायेगी।



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