चाहे जमाना रूठे पर ये लगन न छुटे भजन इन हिंदी लिरिक्स
चाहे जमाना रूठे पर ये लगन न छुटे |
रहे साथ में सदा साँवरा साथ कभी ना छुटे |
दुनियाँ ना मेरे किसी काम की |
मैं तू दीवानी अपने श्याम की |
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे |
श्याम है जबसे मन में समाया |
कितनी बदल गई जीवन की छाया |
हर सपना पूरा होने लगा है |
कितनी निराली है इसकी माया |
अब चाहे हर रिश्ता टूटे बस ये संग ना छुटे
मिली है निशानी जब से नाम की |
मैं तो दीवानी अपने श्याम की |
महिमा निराली इसके धाम की |
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे।।
इसकी कृपा शोहरत मिली है |
मुरझाए मन की कली हर खिली है |
गिरने ना मुझको उसने दिया है |
मिला जख्म जो भी उसी ने सियाँ है |
अब चाहे गम जितने टूटे पर दामन ना छुटे |
महिमा निराली इसके धाम की |
मैं तो दीवानी अपने श्याम की
चाहे ज़माना रूठे पर ये लगन ना छूटे।।
शाम को जो भी अपना बनाए बेचैनी धीरज पाये |
श्याम को जो भी गुणगान गाये |
रहे दूर उससे सदा दुःख की साये |
बनके दीवाना वो यश लुटे बाकि लगे सब झूठे |
पूजा करू में खाटू धाम |
मैं तो दीवानी अपने श्याम की |
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