|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
हनुमत के गुण गाते चलो प्रेम की शरदा वहाते चलो,
राह में आये जो कोई दुखी किरपा सब पे बहाते चलो,
|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
सारी दुनिया ने ठुकराया द्वार पे अर्जी लगाया,
चारो और अँधेरा छाया तब मैंने तुज़को बुलाया,
आशा के दीप जलाते चलो,
किरपा सभी पेस्पेटते चलो,
|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
भगतो के हो तुम प्रतिपला संकट मोचन वाले,
गल वैजयन्ती माला सुन्दर लाल लंगोटे वाला,
सारे जग में है तेरा ही नाम,
किरपा सभी पेस्पेटते चलो,
|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
चारो और है सिर्फ निराशा केवल तेरा ही आशा,
जब जब तुज़को पुकारा तेरा शरण ही सहारा,
ध्यान लगा के रटते चलो,
किरपा सभी पेस्पेटते चलो,
|| प्रेम की श्रद्धासूते चलो ||
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