महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार (mahaakumbh mein prabhu ka saakshaatkaar lyrics in hindi) -
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार
(भजन)
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार,
गंगा-यमुना संगम का अद्भुत संसार।
त्रिवेणी में बहती अमृत की धार,
हर हर गंगे, जय हो जगताधार।
साधु-संतों का है संगम यहाँ,
पुण्य की गाथा गाते हैं सब जहाँ।
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार।
आस्था का सागर, श्रद्धा की बयार,
हर पल यहाँ होता दिव्य उद्धार।
स्नान करो पावन गंगा के तट,
जीवन के पाप हो जाते हैं घट।
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार।
हर दिशा में गूँजती भजन की तान,
मन में भरती है नव उमंग और जान।
ध्यान लगाओ, करो प्रभु का स्मरण,
पाओ जीवन का सच्चा अमृतधन।
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार।
गंगा मैया की जय-जयकार करो,
साधु-संतों का आशीर्वाद धरो।
सत्य, अहिंसा और धर्म की राह,
यही है कुंभ का सच्चा संदेश।
महाकुंभ में प्रभु का साक्षात्कार।
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