महाकुंभ की महिमा (mahaakumbh kee mahima lyrics in hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 महाकुंभ की महिमा (mahaakumbh kee mahima lyrics in hindi)


महाकुंभ की महिमा एक प्रसिद्ध भजन है जो महाकुंभ मेला की धार्मिक महिमा को दर्शाता है। यह भजन विशेष रूप से हिंदू धर्म में महाकुंभ मेला के महत्व को उजागर करता है, जहाँ लाखों श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने आते हैं। इस भजन के माध्यम से लोग महाकुंभ के दिव्य अनुभव और उसके महत्व को महसूस करते हैं।


यहाँ "महाकुंभ की महिमा" के कुछ प्रमुख बोल दिए गए हैं:


महाकुंभ की महिमा

महाकुंभ की महिमा, अनुपम अति पावन।

सच्चे प्रेम में डूब कर, बहे हर एक नमन।

गंगा के तट पर यह मेला, हर दिल में उमंग।

पापों का नाश होता है, होता है सबका मंगल।


सच्चे प्रेम में डूब कर,

गंगा के तट पर स्नान करें।

जीवन को शुद्ध करें,

धर्म की राह पर चलें।


महाकुंभ की महिमा,

हर कण में बसी है शक्ति।

ध्यान लगाओ, मन को शांति,

पाओ सुख-समृद्धि की धारा।


यह भजन महाकुंभ की महिमा को प्रकट करता है और दर्शाता है कि इस अद्भुत धार्मिक अवसर के दौरान, हर व्यक्ति को अपनी आत्मा को शुद्ध करने का अवसर मिलता है।

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