श्री राम धुन में जब तक तू मगन ना होगा लिरिक्स - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

श्री राम धुन में जब तक तू मगन ना होगा लिरिक्स (Shri Ram Dhun Me Jab Tak Tu Magan Na Hoga Lyrics in HIndi) - Ram Bhajan Gyanendra Sharma - Bhaktilok

श्री राम धुन में जब तक तू मगन ना होगा लिरिक्स 


श्रीराम धुन में जब तक मन तू मगन न होगा।

जग जाल छूटने का तब तक जतन न होगा।

व्यापार श्रम कमाकर तू लाख साज सजले।

होता सुखी न जबतक संतोष धन न होगा।

तप यज्ञ होम पूजा व्रत और नेम करले।

सब व्यर्थ है जो मुझसे हरि का भजन न होगा।

संसार की घटा से क्या प्यास बुझ सकेगी?

चातक दृगों का जबतक घनश्याम घन न होगा।

तू तोल कर जो देखे आँखों का प्रेम मोती।

एक ‘बिदु’ पर त्रिलोकी भर का वजन न होगा।

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