मन नेकी कर ले दो दिन का मेंहमान (Man Neki Kar Le Do Din Ka Mehaman Lyrics in Hindi) - by Prakash Gandhi New Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

मन नेकी कर ले दो दिन का मेंहमान (Man Neki Kar Le Do Din Ka Mehaman Lyrics in Hindi) - 


मन नेकी कर ले, 

दो दिन का मेहमान 

दो दिन का मेहमान

मन नेकी कर ले, 

दो दिन का मेहमान ।।


जोरु लड़का, कुटम्ब कबीला,

दो दिन का, तन मन का मेला ।।

अंत काल उठ चले अकेला,

तज माया मंडाण…

मन नेकी कर ले….


कहाँ से आया, कहाँ जाएगा,

तन छूट तब कहाँ समाएगा ।।

आखिर तुझको, कौन कहेगा,

गुरु बिन आत्मज्ञान…

मन नेकी कर ले…


कौन तुम्हारा, सच्चा साईं,

झूठी है यह, सकल सगाई ।।

चलने से पहले सोच रे भाई,

कहाँ करेगा विश्राम ।

मन नेकी कर ले…


हरहट माल, पनघट जो भरता,

आवत जावत, भरै और रीता ।।

युगन युगन तू जीता मरता,

करवा ले रे कल्याण…

मन नेकी कर ले…


लख चौरासी की सह त्रासा,

ऊँच नीच घर, लेता वासा ।।


कह कबीर, सब मिटा दूँ रासा,

तू कर मेरी पहचान…


मन नेकी कर ले, 

दो दिन का मेहमान 

दो दिन का मेहमान..||


  • ⇨Song : Man Neki kar le Do Din ka...
  • ⇨Album : Sant Sandesh 1
  • ⇨Singer : Prakash Gandhi 
  • ⇨Music : Gandhi Brothers
  • ⇨Lyrics : meera baai
  • ⇨Music Lable : PMC Rajasthani
  • ⇨Category : Rajasthani Bhajan
  • ⇨Sub Category : Chetavani Bhajan
  • ⇨Track Genre : FOLK
  • ⇨Producer : D.P Dhaka

1.  मन नेकी कर ले दो दिन का मेहमान" गाने के गीतकार अनुपम आमोद और संगीतकार राजान-नागेंद्र द्वारा लिखा और बनाया गया था। यह गीत फिल्म "हैराम मेनोन" (2000) में था। यहां गीत के कुछ शब्द हैं:


मन नेकी कर ले माँ बाप आँगना
किसी का काया किसी की आँगना
तू भी किसी का राम तू भी किसी का राम
किसी के काज में किसी के धाम

मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
समाज सच्चा समाज अच्छा है

यह गीत सामाजिक संदेश को सुन्दर रूप में प्रस्तुत करता है और नेकी के महत्व को हावी बनाने की बात करता है।


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