साईं कष्ट निवारण मंत्र (Sai Kasht Nivaran Mantra Lyrics in Hindi) - Sai Mantra - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

साईं कष्ट निवारण मंत्र (Sai Kasht Nivaran Mantra Lyrics in Hindi) - 


सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय

कष्टों की काली छाया दुखदायी है

जीवन में घोर उदासी लायी है ||


संकट को तालो साई दुहाई है

तेरे सिवा न कोई सहाई है ||


मेरे मन तेरी मूरत समाई है

हर पल हर शन महिमा गायी है


घर मेरे कष्टों की आंधी आई है

आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है ||


तुम भोले नाथ हो दया निधान हो

तुम हनुमान हो तुम बलवान हो ||


तुम्ही राम और श्याम हो

सारे जग त में तुम सबसे महान हो ||


तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे

करता हूँ प्राथना भव से तार दे ||


तुम्ही मोहमद्‌ हो गरीब नवाज़ हो

नानक की बानी में ईसा के साथ हो ||


तुम्ही द्गम्बर तुम्ही कबीर हो

हो बुध तुम्ही ओर महावीर हो ||


सारे जगत का तुम्ही आधार हो

निराकार भी और साकार हो ||


करता हूँ वंदना प्रेम विशवास से

सुनो साईं अल्लाह के वास्ते ||


अधरों पे मेरे नहीं मुस्कान है

घर मेरा बनने लगा शमशान है ||


रहम नज़र करो उन्हे वीरान पे

जिंदगी संवरेगी एक वरदान से ||


पापों की घुप से तन लगा हारने

आपका यह दास लगा पुकारने ||


आपने सदा ही लाज बचाई है

देर न हो जाये मन शंकाई है ||


धीरे-धीरे धीरज ही खोता है

मन में बसा विशवास ही रोता है ||


मेरी कल्पना साकार कर दो

सूनी जिंदगी में रंग भर दो ||


ढोते-ढोते पापों का भार जिंदगी से

में गया हार जिंदगी से ||


नाथ अवगुण अब तो बिसारो

कष्टों की लहर से आके उबारो ||


करता हूँ पाप में पापों की खान हूँ

ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर में अज्ञान हूँ ||


करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल में

तार दो जीवन ये चरणों की धूल से ||


तुमने ऊजरा हुआ घर बसाया

पानी से दीपक भी तुमने जलाया ||


तुमने ही शिरडी को धाम बनाया

छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया ||


कष्ट पाप श्राप उतारो

प्रेम दया दृष्टि से निहारो ||


आपका दास हूँ ऐसे न टालिए

गिरने लगा हूँ साईं संभालिये ||


साईजी बालक में अनाथ हूँ

तेरे भरोसे रहता दिन रात हूँ ||


जैसा भी हूँ  हँ तो आपका

कीजे निवारण मेरे संताप का ||


तू है सवेरा और में रात हूँ

मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ


साईं मुझसे मुख न मोड़ो

बीच मझधार अकेला न छोड़ो ||


आपके चरणों में बसे प्राण हे

तेरे वचन मेरे गुरु समान है ||


आपकी राहों पे चलता दास है

ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है ||


आंसू की धारा में डूबता किनारा

जिंदगी में दर्द नहीं गुजारा ||


लगाया चमन तो फूल खिलायो

फूल खिले है तो खुशबू भी लायो ||


कर दो इशारा तो बात बन जाये

जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये ||


बीता ज़माना यह गाके फ़साना

सरहदे ज़िन्दगी मौत तराना ||


देर तो हो गयी है अंधेर ना हो

फ़िक मिले लकिन फरेब ना हो ||


देके टालो या दामन बचा लो

हिलने लगी रहनुमाई संभालो ||


तेरे दम पे अल्लाह की शान है

सूफी संतो का ये बयान है ||


गरीबों की झोली में भर दो खजाना

ज़माने के वली करो ना बहाना ||


दर के भिखारी है मोहताज है हम

शंहंशाये आलम करो कुछ करम ||


तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत

तुम सदगुरू साईं हो समरथ ||


आये हो घरती पे देने सहारा

करने लगे क्यूँ हमसे किनारा ||


जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा

साईं तेरा नाम रहेगा ||


चाँद सितारे तुम्हे पुकारेंगे

जन्मोजनम हम रास्ता निहारेंगे ||


आत्मा बदलेगी चोले हज़ार

हम मिलते रहेंगे बारम्बार ||


आपके कदमो में बेठे रहेंगे

दुखड़े दिल के कहते रहेंगे ||


आपकी मर्जी है दो या ना दो

हम तो कहेंगे दामन ही भर दो ||


तुम हो दाता हम है भिखारी

सुनते नहीं क्यूँ अर्ज़ हमारी ||


अच्छा चलो एक बात बता दो

क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो ||


जो नहीं देना है इनकार कर दो

ख़तम ये आपस की तकरार कर दो ||


लौट के खाली चला जायूँगा

फिर भी गुण तेरे गायूँगा ||


जब तक काया है तब तक माया है

इसी में दुखो का मूल समाया है ||


सबकुछ जान के अनजान हूँ में

अल्लाह की तू शान तेरी शान हूँ में ||


तेरा करम सदा सब पे रहेगा

ये चक्र युग-युग चलता रहेगा ||


जो प्राणी गायेगा साईं तेरा नाम

उसको मुक्ति मिले पहुंचे परम धाम ||


ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगे

राहू  केतु  शनि निकट ना आयेंगे ||


टाल जायेंगे संकट सारे

घर में वास करें सुख सारे ||


जो श्रधा से करेगा पठन

उस पर देव सभी हो प्रस्सन ||


रोग समूल नष्ट हो जायेंगे

कष्ट निवारण मंत्र जो गायेंगे ||


चिंता हरेगा निवारण जाप

पल में दूर हो सब पाप ||


जो ये पुस्तक नित दिन बांचे

श्री लक्ष्मीजी घर उसके सदा विराजे ||


ज्ञान बुधि प्राणी वो पायेगा

कष्ट निवारण मंत्र जो घयायेगा ||


ये मंत्र भक्तों कमाल करेगा

आई जो अनहोनी तो टाल देगा ||


भूत-प्रेत भी रहेंगे दूर

इस मंत्र में साईं शक्ति भरपूर ||


जपते रहे जो मंत्र अगर

जादू-टोना भी हो बेअसर ||


इस मंत्र में सब गुण समाये

ना हो भरोसा तो आजमाए ||


ये मंत्र साई वचन ही जानो

सवयं अमल कर सत्य पहचानो ||


संशय ना लाना विशवास जगाना

ये मंत्र सुखों का है खज़ाना ||


इस पुस्तक में साईं का वास

जय साईं श्री साईं जय जय साईं ||


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