माँ काली मंत्र संस्कृत में (Ma Kali Mantra Sanskrit Me) :-
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माँ काली मंत्र संस्कृत में (Ma Kali Mantra Sanskrit Me) :-
जय काली माँ को सृष्टि की रक्षक के रूप में जाना जाता है। लेकिन उनकी विनाशकारी शक्तियों और रूप के कारण उन्हें “माँ काली” के रूप में भी जाना जाता है।
माता पार्वती ने अपने बेटे की रक्षा हेतु और राक्षश रक्तबीज का वध करके तीनों लोकों को उसके भय से मुक्त करने के लिए माता पार्वती ने विकराल देवी काली के रूप में ब्रह्मांडीय युद्ध के मैदान में प्रवेश किया था। माँ काली का रुप मृत्यु के रूप में अँधेरे जैसा था। क्रोधित लाल आँखों के साथ मुंह की जीवा बाहर नग्न शरीर को ढँकने वाले लंबे अव्यवस्थित बाल ,गले में मुंड माला, कमर में राक्षशों की कटी हुई भुजाएं, हाथ में खडग और खप्पर है।
इस संसार में माँ काली को पार्वती का निडर रूप माना जाता है। जो भगवान भोलेनाथ की पत्नी हैं। काली माँ को एक साथ जीवन के दाता और संहारक के रूप में चित्रित किया गया है , हालाँकि, अधिकांश व्याख्याओं में, उन्हें दुष्टों के लिए क्रूर और विनाशकारी के रूप में चित्रित किया गया है।
एकाक्षरी माँ काली मंत्र (Ekaakshari Ma Kali Mantra):-
क्रीं
तीन अक्षरी माँ काली मंत्र(Teen Akshari Ma Kali Mantra):-
क्रीं ह्रुं ह्रीं॥
पांच अक्षरी माँ काली मंत्र(Panch Akshari Ma Kali Mantra):-
क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्॥
षडाक्षरी माँ काली मंत्र(Shadakshari Ma Kali Mantra):-
क्रीं कालिके स्वाहा॥
सप्ताक्षरी काली मंत्र(Saptakshari Ma Kali Mantra):-
हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा॥
श्री दक्षिणकाली मंत्र(Shri DakshninaKali Mantra):-
ह्रीं ह्रीं ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं॥
क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा॥
ॐ ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके स्वाहा॥
भद्रकाली मंत्र(Bhadrakali Mantra):-
ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा॥
श्री शमशान काली मंत्र(Shri Shamashan Ma Kali Mantra):-
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं॥
काली बीज मंत्र(Kali Beej Mantra):-
ॐ क्रीं काली
मां काली का मंत्र(Ma Kali Ka Mantra):-
ॐ श्री कालिकायै नमः
कालिका-यी मंत्र(Kaalikayi Mantra):-
ॐ कलिं कालिका-य़ेइ नमः
काली मां का पंद्रह अक्षर मंत्र(Kali Ma Ka Pandrah Akshar Mantra):-
ॐ हरिं श्रीं कलिं अद्य कालिका परम् एष्वरी स्वा:
22 अक्षरी श्री दक्षिण माँ काली मंत्र(22 Akshari Shri Dakshna Ma Kali Mantra):-
क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
काली मां की पूजा के लिए मंत्र(Ma Kali Ke Puja Ke Liye Mantra):-
”कृन्ग कृन्ग कृन्ग हिन्ग कृन्ग दक्षिणे कलिके कृन्ग कृन्ग कृन्ग हरिनग हरिनग हुन्ग हुन्ग स्वा:”
माँ काली गायत्री मंत्र(Ma Kali Gayatri Mantra):-
“ॐ महा काल्यै छ विद्यामहे स्स्मसन वासिन्यै छ धीमहि तन्नो काली प्रचोदयात”
महाकाली बीज मंत्र(Mahakali Beej Mantra):-
ॐ क्रीं कालिकायै नमः
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