तिलक लगाने का मंत्र(Tilak Lagane Ka Mantra Lyrics) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

तिलक लगाने का मंत्र(Tilak Lagane Ka Mantra Lyrics) - 


तिलक लगाने का मंत्र(Tilak Lagane Ka Mantra Lyrics) - Bhaktilok


तिलक लगाने का मंत्र(Tilak Lagane Ka Mantra Lyrics) - 


ॐ स्वस्ति नऽ इन्द्रो वृद्धश्रवाः स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः । 

स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो ऽ अरिष्टनेमिः स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ||


चन्दनस्य महत्पुण्यं पवित्रं पापनाशनम।

आपदं हरते नित्यं लक्ष्मीस्तिष्ठति सर्वदा ।।


तिलक के बिना किसी पूजा, हवण आदि कर्मो का फल नहीं मिलता है । अर्थात् आप बिना तिलक के पूजा नहीं करें। और भगवान पर लगाने से बचा हुआ चन्दन ही लगाना चाहिए । शास्त्रों के मता नुसार देवपुजा, संध्या और पितृकर्म इन सभी कर्मो में अपने मस्तक पर तिलक लगाना चाहिये ।






 



Post a Comment

1Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !