थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही लिरिक्स (Thari chunad dadi ji lehar lehar lehraai rahi Lyrics in Hindi) - Rani sati Dadi Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही लिरिक्स (Thari chunad dadi ji lehar lehar lehraai rahi Lyrics in Hindi) - 


थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही

भादी मावस जद बी आवे मन म्हारा हर्शावे

थारी चुनड की छाया माँ सभी सुहागन चाहवे

सब मिल कर दादी जी थारिया चुनडी ओदाई रही

थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही

सबी सुहागन बागन मैया थाने खूब स्जावे

कर सोला शिंगार थारे हाथा मेहँदी रचावे

सब मिल कर ज्योत लवे दादी जी मंगल गाये रही

थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही

थारी आंचल की छाया माँ माहरे सिर पर वारो

कहे गोपाल के टाबरियां पर प्यार लुटा दो थारो

थारी किरपा दादी जी या म्हाने तो नचाये रही

थारी चुनड दादी जी लेहर लेहर लहराई रही



*** Singer- Usha Salampuria ***



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