सातों सबद जू बाजते घरि घरि होते राग दोहे का अर्थ(Sato Sabad Ju Bajate Ghari Ghari Hote Raag Dohe Ka Arth in Hindi)

Deepak Kumar Bind


सातों सबद जू बाजते घरि घरि होते राग दोहे का अर्थ(Sato Sabad Ju Bajate Ghari Ghari Hote Raag Dohe Ka Arth in Hindi):-


सातों सबद जू बाजते घरि घरि होते राग ।

ते मंदिर खाली परे बैसन लागे काग ।

 

सातों सबद जू बाजते घरि घरि होते राग दोहे का अर्थ(Sato Sabad Ju Bajate Ghari Ghari Hote Raag Dohe Ka Arth in Hindi)


सातों सबद जू बाजते घरि घरि होते राग दोहे का अर्थ(Sato Sabad Ju Bajate Ghari Ghari Hote Raag Dohe Ka Arth in Hindi):-

कबीर कहते हैं कि जिन घरों में सप्त स्वर गूंजते थे, पल पल उत्सव मनाए जाते थे, वे घर भी अब खाली पड़े हैं – उनपर कौए बैठने लगे हैं। हमेशा एक सा समय तो नहीं रहता ! जहां खुशियाँ थी वहां गम छा जाता है जहां हर्ष था वहां विषाद डेरा डाल सकता है – यह  इस संसार में होता है !।




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