काया तेरी हो गई पुरानी लिरिक्स (Kaya Teri Ho Gayi Purani Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


 काया तेरी हो गई पुरानी लिरिक्स (Kaya Teri Ho Gayi Purani Lyrics in Hindi) - 


हरी का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हो गयी पुरानी काया हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥


ये काया कागज का टुकड़ा

बून्द लगे घुल जाए

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥


ये काया में आग लगेगी

धुंआ उड़ेगा आसमानी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥


कृष्ण भजन कर ओ मन पंछी

छण भर की जिंदगानी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥


कहे जन सिंगा सुनो भाई साधो

गुरु की चरण है सुहानी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥


हरी का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी

हो गयी पुरानी काया हो गयी पुरानी

हरि का भजन कर प्राणी

काया तो तेरी हो गयी पुरानी ॥




Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !