कबीरा ते नर अँध है गुरु को कहते और दोहे का अर्थ (Kabira Te Nar Andh Hai Dohe Ka Arth in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


कबीरा ते नर अँध है गुरु को कहते और दोहे का अर्थ (Kabira Te Nar Andh Hai Dohe Ka Arth in Hindi):- 


कबीरा ते नर अँध है, गुरु को कहते और ।

हरि रूठे गुरु ठौर है, गुरु रूठे नहीं ठौर ।


कबीरा ते नर अँध है गुरु को कहते और दोहे का अर्थ (Kabira Te Nar Andh Hai Dohe Ka Arth in Hindi) - Bhaktilok


कबीरा ते नर अँध है गुरु को कहते और दोहे का अर्थ (Kabira Te Nar Andh Hai Dohe Ka Arth in Hindi):-

कबीर दास जी कहते हैं कि वे लोग अंधे और मूर्ख हैं जो गुरु की महिमा को नहीं समझ पाते। अगर ईश्वर आपसे रूठ गया तो गुरु का सहारा है लेकिन अगर गुरु आपसे रूठ गया तो दुनियां में कहीं आपका सहारा नहीं है।




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