कबीरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोये दोहे का अर्थ(Kabira Jab Ham Paida Huye Jag Hase Ham Roye Dohe Ka Arth in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind


कबीरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोये दोहे का अर्थ(Kabira Jab Ham Paida Huye Jag Hase Ham Roye Dohe Ka Arth in Hindi) :- 


कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये,

ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये


कबीरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोये दोहे का अर्थ(Kabira Jab Ham Paida Huye Jag Hase Ham Roye Dohe Ka Arth in Hindi) - Bhaktilok


कबीरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोये दोहे का अर्थ(Kabira Jab Ham Paida Huye Jag Hase Ham Roye Dohe Ka Arth in Hindi):-

कबीर दास जी कहते हैं कि जब हम पैदा हुए थे उस समय सारी दुनिया खुश थी और हम रो रहे थे। जीवन में कुछ ऐसा काम करके जाओ कि जब हम मरें तो दुनियां रोये और हम हँसे।




Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !