झिरमिर झिरमिर बरसिया पाहन ऊपर मेंह दोहे का अर्थ(Jhirmir Jhirmir Barsiya Pahan Upar Meh Dohe Ka Arth in Hindi):-
झिरमिर- झिरमिर बरसिया, पाहन ऊपर मेंह।
माटी गलि सैजल भई, पांहन बोही तेह।
झिरमिर झिरमिर बरसिया पाहन ऊपर मेंह दोहे का अर्थ(Jhirmir Jhirmir Barsiya Pahan Upar Meh Dohe Ka Arth in Hindi):-
थोड़ा सा जीवन है, उसके लिए मनुष्य अनेक प्रकार के प्रबंध करता है। चाहे राजा हो या निर्धन चाहे बादशाह – सब खड़े खड़े ही नष्ट हो गए।
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