हारे हारे हारे हारे के सहारे जब जब प्रेमी कही पे कोई रोता है लिरिक्स (haare haare haare ke saanche jab bhee premee kaha pe koee rota hai Lyrics in Hindi) - Khatu SHyam Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

हारे हारे हारे हारे के सहारे जब जब प्रेमी कही पे कोई रोता है लिरिक्स (haare haare haare ke saanche jab bhee premee kaha pe koee rota hai Lyrics in Hindi) - 


जब जब प्रेमी कही पे कोई रोता है

आँख के आसु चरण को धोता है

अक्सर तन्हाई में तुजे पुकारे

क्या जोर दिल पे चले

हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

तू है मेरा इक साँवरा


में हु तेरा इक बावरा

सुनता नहीं क्यों मेरी भला क्यू

इतना बता दे क्या माजरा

आता नहीं है समज

कुछ मुझे

हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे 


तुम ने दिया मुझे को प्रभु सब

दिल की कहु सुनलो प्रभु अब

तेरे भरोसे रहू सांवरे

हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे


तू सात है तो डर ना सताये

हर वक्त मेरा साथ निभाये

खाटू बुला कर दुकडे मिटाये

कैसे कन्हैया कर्ज चुकाये

इतना बतादे मुझे सांवरे

हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे


जब जब प्रेमी कही पे कोई रोता है

आँख के आसु चरण को धोता है

अक्सर तन्हाई में तुजे पुकारे 

क्या जोर दिल पे चले हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे 

हम हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे

हो हो हो हारे हारे हारे

तुम हारे के सहारे


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