ब्राह्मणी माता की आरती लिरिक्स (Brahmacharini Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi) - Om Jai Brahmani Mata Hindi Aarti - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

ब्राह्मणी माता की आरती लिरिक्स (Brahmacharini Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi) - 


जय ब्रम्चारिणी माँ

मैया जय ब्रम्चारिणी माँ ।

अपने भक्त जानो पर

करती सदा दया ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


दर्शन अनुपम मधुरं

साधना रत रहती ।

शिव जी की आरधना

मैया सदा करती ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


बाहिने हाथ कमंडल

दाहिने में माला ।

रूप जो त्रिमय अद्भुत

सुख देने वाला ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


देवऋषि मुनि साधु

गुण माँ के गाते ।

शक्ति स्वरूपा मैया

सबकुछ तुझको ध्याते ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


संजम तब वैराग्य

प्राणी वो पाता ।

ब्रम्चारिणी माँ को

निशिदिन जो ध्याता ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


नवदुर्गाओं में मैया

दूजा तुम्हारा स्वरूप ।

स्वेत वस्त्र धारिणी माँ

ज्योतिर्मय तेरा रूप ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


दूजे नवरात्रे मैया

जो तेरा व्रत धरे ।

करके दया जगजननी

तू उसको तारे ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


शिव प्रिय शिवा ब्राह्मणी

हमपे दया करियो ।

बालक है तेरे ही

दया दृष्टि रखियो ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


शरण तिहारी आये

ब्रम्हाणी माता ।

करुणा हमपे दिखाओ

शुभ फल की दाता ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


माँ ब्रम्चारिणी की आरती

जो कोई गावे ।

कहत शिवानंद स्वामी

मनवांछित फल पावे ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ ।।


जय ब्रम्चारिणी माँ

मैया जय ब्रम्चारिणी माँ ।

अपने भक्त जानो पर

करती सदा दया ।।



*** Singer:- Anuradha Paudwal ***


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