अग्नि देवता-वरुण देवता गायत्री मंत्र-(Agni & Varun Gayatri Mantra Lyrics in Hindi) -
अग्नि आवाहन मंत्र Agni Avahan mantra) -
ॐ अग्नये स्वाहा। इदं अग्नये इदं न मम॥
अग्नि गायत्री मंत्र (Agni Gayatri Mantra) -
ऊँ महाज्वालाय विद्महे अग्नि मध्याय धीमहि |तन्नो: अग्नि प्रचोदयात ||
अर्थ : ओम। मैं महान ज्योति की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा हूं ओह! अग्नि देवता मुझे बुद्धि प्रदान करें हे अग्नि देव! अग्नि के तेजस्वी देव कृपा मेरे मन को अपने प्रकाश से रोशन करें।
हवन कुंड में अग्नि प्रज्वलित करने का मंत्र -
१. ॐ वं वहि तुभ्यं नमः२. ॐ भूपतये स्वाहाॐ भुवनपॐ भुवनपतये स्वाहा ।ॐ भूतानां पतये स्वाहा ।
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