मईया मेरी विनती कबूल करना अमर हमारा सुहाग रखना लिरिक्स (Maiya Meri Vinati Kabul Karna Lyrics in Hindi) - Rekha Garg Mata Bhajan - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

 

मईया मेरी विनती कबूल करना अमर हमारा सुहाग रखना लिरिक्स (Maiya Meri Vinati Kabul Karna Lyrics in Hindi) -  


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया के  सिर पर मुकुट सजा है 

मुकुट सजा है हीरे मोती से जड़ा है 

मेरे भी टिके की लाज रखना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया के माथे पे बिंदिया सजी  है 

बिंदिया सजी है चम चम चमकी है 

मेरे सिंदूर की लाज रखना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया के अंग पर चोला सजा है 

चोला सजा है  गोटे चांदी से जड़ा है 

मेरे भी चुन्दडी की लाज रखना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया के हाथो में मेहंदी सजी है 

मेहंदी सजी है लाल लाल रची है 

मेरी भी चूडियो की लाज रखना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया के पैरो में पायल सजी है 

पायल सजी है हीरे मोती से जड़ी है 

मेरे भी बिछुओ की लाज रखना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


मईया मेरी विनती कबूल करना 

अमर हमारा सुहाग रखना ||


Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !