साँवरिया ऐसी तान भजन लिरिक्स Saawariya Aisi Taan Suna Lyrics in Hindi) - Bhajan Chitra Vichitra Krishna Bhajan - Bhaktilok
साँवरिया ऐसी तान भजन लिरिक्स Saawariya Aisi Taan Suna Lyrics in Hindi) -
साँवरिया ऐसी तान सुना
ऐसी तान सुना मेरे मोहन मैं नाचू तू गा ।
साँवरिया ऐसी तान सुना...
रस की धार बहे इस मन में
अनुपम प्यार बहे इस मन में ।
तेरी याद ना विसरे इक पल
ऐसा मस्त बना साँवरिया ऐसी तान सुना...
भूली फिरू मैं सदन कुंजन में
बृज की चिन में दिव्य लतन में ।
रसिकन की पग रज मस्तक की
देवे लेख जगा साँवरिया ऐसी तान सुना...
नयनन हो में लै अंसुअन का
पग पग थिरक उठे जीवन का ।
हर इक प्राण पुकारे पी पी
ऐसी तार हिला साँवरिया ऐसी तान सुना...
हर पल तेरा रूप निहारूं
मैं सोवत जागत तुम्हे पुकारूँ ।
हरी हरो मन की कुटलाई
प्रेम की ज्योत जगा साँवरिया ऐसी तान सुना...
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