मैं बालक तू माता लिरिक्स (Main Balak Tu Mata Sherawaliye Lyrics in Hindi) - Jubin Nautiyal Gulshan Kumar - Bhaktilok
तोह क्या जो ये पीड़ा का पर्वत
रास्ता रोके खड़ा है
तेरी ममता जिसका बल वो
कब दुनिया से डरा है
हिम्मत मैं क्यों हारु मैया
हिम्मत मैं क्यों हारु मैया
सर पे हाथ तेरा है
तेरी लगन में मगन मैं नाचू
गायु तेरा जगराता
मैं बालक तू माता शेरा वालिये
है अटूट यह नाता शेरा वालिये
हो ओ
हो मैं बालक तू माता शेरावालिये
है अटूट यह नाता शेरावालिये
शेरा वालिये माँ पहाड़ा वालिये माँ
जोटा वालिये माँ मेहरा वालिये माँ
मैं बालक तू माता शेरा वालिये
है अटूट यह नाता शेरा वालिये
बिन बाटी बिन दिया तू कैसे
काटे घोर अँधेरा
बिन सूरज तू कैसे करदे
अंतर्मन में सवेरा
बिन धागों के कैसे जुड़ा है
बिन धागों के कैसे जुड़ा है
बंधन तेरा मेरा
तू समझे या मैं समझू
कोई और समझ नहीं पता
बालक तू माता शेरावालिये
है अटूट यह नाता शेरावालिये
शेरा वालिये माँ पहाड़ा वालिये माँ
जोटा वालिये माँ मेहरा वालिये माँ
मैं बालक तू माता शेरावालिये
है अटूट यह नाता शेरावालिये
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