बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोळे की लिरिक्स (Bin Piye Nasha Ho Jata Hai Jab Surat Dekhu Bhole Ki Lyrics in Hindi) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind

बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोळे की लिरिक्स (Bin Piye Nasha Ho Jata Hai Jab Surat Dekhu Bhole Ki Lyrics in Hindi)

बिन पिये नशा हो जाता है जब सूरत देखू भोळे की लिरिक्स (Bin Piye Nasha Ho Jata Hai Jab Surat Dekhu Bhole Ki Lyrics in Hindi)


बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की

बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की

बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की


उसके शीश पे चँदा विराज रहा

चँदा की चांदनी में खो जाऊँ

जब सूरत देखू भोले की

बिन पिए नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की


उसके गले में नाग विराज रहा

नागाँ की लहर में खो जाऊँ

जब सूरत देखू भोले की

बिन पिए नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की


उसके हाथ में डमरुँ विराज रहा

डमरुँ की ताल में खो जाऊँ

जब सूरत देखू भोले की

बिन पिए नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की


उसके पैरो में घुंघरू विराज रहे

घुंघरूं की ताल में खो जाऊँ

जब सूरत देखू भोले की

बिन पिए नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की

बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की

बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भोळे की

बिन पिये नशा हो जाता है

जब सूरत देखू भो

Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !