मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू मैं गिरधर तेरी आरती (Man me basa kar teri murti utaru main girdhar) - Bhaktilok

Deepak Kumar Bind



मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू मैं गिरधर तेरी आरती|Man me basa kar teri murti utaru main girdhar-Bhaktilok


मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू मैं गिरधर तेरी आरती|Man me basa kar teri murti utaru main girdhar-Bhaktilok


मन में बसाकर तेरी मूर्ति,

उतारू में गिरधर तेरी आरती॥


गणेश मंत्र :ॐ गन गणपतए नमो नमः श्री सिद्धि विनायक नमो नमः लिरिक्स ( Om Ganpataye Namo Namh Lyrics in Hindi )  

एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि लिरिक्स ( Ekdantay Vakrtunday Gouritanyay Lyrics in Hindi ) - भक्ति लोक


करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,

भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,

करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,

भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,

दर्द की दवा तुम्हरे पास है,

जिंदगी दया की है भीख मांगती,

मन में बसाकर तेरी मूर्ति,

उतारू में गिरधर तेरी आरती॥


मांगु तुझसे क्या में यही सोचु भगवन,

जिंदगी जब तेरे नाम करदी अर्पण,

मांगु तुझसे क्या में यही सोचु भगवन,

जिंदगी जब तेरे नाम करदी अर्पण,

सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा,

चिंता है तुझको प्रभु संसार की,

मन में बसाकर तेरी मूर्ति,

उतारू में गिरधर तेरी आरती॥


वेद तेरी महिमा गाये संत करे ध्यान,

नारद गुणगान करे छेड़े वीणा तान,

वेद तेरी महिमा गाये संत करे ध्यान,

नारद गुणगान करे छेड़े वीणा तान,

भक्त तेरे द्वार करते है पुकार,

दास व्यास तेरी गाये आरती,

मन में बसाकर तेरी मूर्ति,

उतारू में गिरधर तेरी आरती॥


Post a Comment

0Comments

If you liked this post please do not forget to leave a comment. Thanks

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !